1. मनुष्य संध्या समय क्यों शराब पीना चाहता है?
ये प्रश्न मेरे अंतस से उठी एक जिज्ञासा अभीप्सा है। और में प्रत्येक मित्र से चाहता हूं, इसका उत्तर दे। क्योंकि इसका उत्तर जीवन में है, जीने की कला में है, न की किताबों में......बिना झिझक, प्रयास रहित, चाहे वो शराब पिता हो या नहीं ये बात मायने नहीं रखती। शराब तो मैंने भी कभी नहीं पी परन्तु प्रश्न ने तो मुझे घेर लिया...याद रखे हम सब का उत्तर ही मिल एक उत्तर होगा......
स्वामी आनंद प्रसाद
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